मुझको मां एक टोपी ला दे
आड़े तिरछे वस्त्र सिला दे
नाक के ऊपर नाक लगा दे
मैं जोकर बन जाऊँगा।
सजा-धजा जोकर बनवा दे
तरह-तरह के पोज सिखा दे
रोतों को हंसना सिखला दे।
अब पैरोडी गाऊँगा,
मैँ जोकर बन जाऊँगा.......
तेरा-मेरा भेद मिटाकर
कुछ रोकर या मुस्काकर
जीवन का कुछ अर्थ बताकर
दुनियाँ को सिखलाऊंगा,
मैं जोकर बन जाऊँगाl
सरोज दुबे
🙏🙏🙏🙏🙏
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