विज्ञात बेरी छंद विधान
छंद का नाम *विज्ञात बेरी छंद* (आधार मात्रा संख्या)
मापनी
8, 10
8,10
दो पंक्ति 4 चरण तुकांत दोनों विषम चरणों अर्थात प्रथम और तृतीय में मिलाना अनिवार्य। सम चरण अर्थात दूसरा और चतुर्थ 4 तुकांत मुक्त रहेंगे अनिवार्य है।
भीमा माता, ये जग है कहता।
जो भी आता, पूजे माँ तुझको।।
संजय कौशिक 'विज्ञात'
इस छंद का नाम मैं मेरे गाँव के नाम को समर्पित करता हूँ जिसका नाम विज्ञात बेरी छंद रहेगा।
संजय कौशिक 'विज्ञात'
विज्ञात बेरी छंद पर छंदकरों ने अपनी सहमति जताते हुए 100 से अधिक बंध लिखकर गुरुदेव संजय कौशिक 'विज्ञात' जी को समर्पित किये। सभी शताक़वीरों का आभार व्यक्त करते हुए गुरुदेव संजय कौशिक 'विज्ञात' जी ने इसे संग्रह का रूप देने की बात कही । इस अविस्मरणीय क्षण के साक्षीदार बने 150 से अधिक कवि कवयित्री जिनकी शुभकामनाओं से कलम की सुगंध परिवार उत्सव जैसी अनुभूति कर रहा है।
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