गीत
(लावणी छन्द आधारित)
तुझसे मेरी प्रीत जुड़ी है, किस्सा ये मशहूर प्रिये,
तू इस दिल की धड़कन बन जा, मैं तेरा सिंदूर प्रिये।
राम जानकी राधे कृष्णा, जैसी अपनी प्रीत धवल,
चोट कभी लग जाय तुझे तो, दर्द मुझे हो नैन तरल।
संग रहे तू मेरे हमदम, कभी न जाना दूर प्रिये,
तू इस दिल की धड़कन बन जा, मैं तेरा सिंदूर प्रिये।।
तू मेरी पहचान बनी है, तुझसे मेरा नाम हुआ,
हाथ थामकर साथ चले जब, पूर्ण तभी हर काम हुआ।
प्यार हमेशा करना मुझसे, होना मत मगरूर प्रिये,
तू इस दिल की धड़कन बन जा, मैं तेरा सिंदूर प्रिये।।
✍🏻तेजराम नायक
No comments:
Post a Comment