आज झाड़खंड कलम की सुगंध ने विश्व महिला दिवस के अवसर पर जमशेदपुर में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।कलम की सुगंध झारखंड प्रांत की अध्यक्षा आरती श्रीवास्तव ने बताया कि आज की अध्यक्षता आ.प्रतिभा प्रसाद जी ने किया। विशिष्ट अतिथि आ.शैल जी एवं बसंत जमशेदपुरी जी एवं संतोष चौबे जी थे।मंच संचालन निवेदिता श्रीवास्तव ने किया।सभी विशिष्ट अतिथि को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। प्रतिभा प्रसाद जी ने गिनिज बुक में अपना नाम दर्ज करा पूरा झाड़खंड वासियो का सर गर्व से ऊंचा किया है।उनकी उपस्थिति सबको गौरवान्वित कर रही थी।आज की गोष्ठी में शहर की प्रतिष्ठित कवियित्री सोनी सुगंधा, उपाध्यक्ष निवेदिता श्रीवास्तव,नीता चौधरी, अनिता निधि, माधुरी मिश्रा, उपासना सिन्हा,उसकी सुपुत्री तोषी सिन्हा, सुष्मिता मिश्रा, शकुंतला शर्मा,सरोज सिंह, ममता सिंह, एवं निर्मला राव शामिल हुई। निवेदिता श्रीवास्तव ने मंच संचालन किया।सरोज सिंह ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। सबसे पहले माँ सरस्वती के सामने दीपक प्रज्वलित कर उन्हें पुष्प माला अर्पित अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथियों ने किया। फिर सभी ने माँ के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किया।।सभी सदस्यों की प्रस्तुति एक से बढ़ कर एक रही।
संतोष चौबे जी की कुछ पंक्तियां
कोई भजन कोई गीत शादी का सुनायेगें तुम्हें।
कुछ मंदिरों तो कुछ घरौंदो में सजायेगें तुम्हें।
सुन सभी श्रोता वाह वाह कह उठे।
वहीं सोनी सुगंधा जी का गजल लोगों को दिल को छू गई।
उन्हीं के शब्दों में
"उल्फत कुछ दास्तां है जरा गौर से सुनो।
हर दर्द ही जवां है जरा गौर से सुनो।
वहीं निवेदिता श्रीवास्तव जी की प्रस्तुति कुछ इस प्रकार थी।
"शहर में गांव की लड़की तुम्हें याद आती तो होगी।
वहीं अमुया के झुले है वहीं कागज की कश्ती है"
सुन लोगों को बरबस गांव की याद आ गई।
मेरी बेटी मेरा अभिमान
बेटी है तू मेरी
नहीं कहूँगी बेटा
बेटा जैसी बोलकर
नहीं करूँगी अपमान तेरा
तू गर्व है मेरा
मेरा अभिमान है तू
तू अंश है मेरा
मेरा वंश भी तू
उपासना
आभार व्यक्त आरती श्रीवास्तव जी ने किया।
आज का गोष्ठी का उद्देश्य सफल सिद्ध हुआ।
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